3‑पॉइंट स्टार्टर
DC शंट मोटर का 3‑पॉइंट स्टार्टर के साथ कनेक्शन – हिंदी नोट्स
1. परिचय
DC शंट मोटर की स्टार्टिंग पर आर्मेचर में बैक EMF न होने के कारण करंट बहुत अधिक खींचती है। इसे नियंत्रित करने के लिए 3‑पॉइंट स्टार्टर में क्रमिक रेजिस्टेंस लगाई जाती है, जो सुरक्षात्मक नियंत्रण प्रदान करती है।
2. मुख्य टर्मिनल्स और अवयव
| टर्मिनल | कनेक्शन |
|---|---|
| L | +V (DC पॉजिटिव सप्लाई) |
| F | फ़ील्ड (Field) विंडिंग का एक सिरा |
| A | आर्मेचर (Armature) का एक सिरा |
स्टार्टर के अवयव:
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स्टार्टिंग रेजिस्टेंस (क्रमिक सेक्शन)
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नो-वोल्टेज कॉइल (NVC)
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ओवरलोड रिलीज़
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स्टार्टर हैंडल एवं स्टड्स
3. कनेक्शन चरणबद्ध विधि
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सप्लाई इनपुट
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पॉजिटिव (+V) को स्टार्टर के L टर्मिनल से जोड़ें।
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नेगेटिव (–V) सीधा मोटर के दूसरे छोर से कनेक्ट करें।
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फ़ील्ड विंडिंग
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मोटर की फ़ील्ड कॉइल का एक सिरा F टर्मिनल पर लगाएँ।
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दूसरा सिरा –V से जोड़ें।
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आर्मेचर वाइंडिंग
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मोटर के आर्मेचर का एक सिरा A टर्मिनल से कनेक्ट करें।
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दूसरा सिरा –V से जोड़ दें।
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स्टार्टर ऑपरेशन
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हैंडल को OFF से क्रमशः स्टड्स पर घुमाएँ, जिससे बाहरी रेजिस्टेंस धीरे–धीरे घटेगी।
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हैडल को RUN पोज़िशन पर लाने पर NVC हैंडल को लॉक कर देता है।
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सुरक्षा स्थितियाँ
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सप्लाई कटने पर NVC हैंडल को OFF में खींचकर मोटर बंद कर देता है।
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ओवरलोड पर ओवरलोड रिलीज़ सर्किट ब्रेक कर देती है।
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4. ध्यान देने योग्य बातें
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सभी कनेक्शनों को कसकर टाइट रखें।
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रेटेड रेजिस्टेंस का ही उपयोग करें।
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NVC व ओवरलोड रिलीज़ की कार्यक्षमता समय-समय पर जाँचें।
इस प्रकार, DC शंट मोटर को 3‑पॉइंट स्टार्टर के माध्यम से सुरक्षित और नियंत्रित रूप से स्टार्ट किया जा सकता है।

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